जो दिल की हर ख्वाइश है, वो पूरी ही हो,
ये जरुरी तो नहीं!
हम प्यासे ही रह जाये तो क्या गम है,
सागर मिल जाये मुझे,
ये जरुरी तो नही!
है हौसला अगर दिल में,
तो एक दिया ही काफी है,
चाँद तारो से ही रौशनी हो,
ये जरुरी तो नही!
कुछ तो सांसें हो ओरो के नाम,
अपनी खातिर ही हम जिए,
ये जरुरी तो नहीं!
इस कदर ओरो के गम से, है पलके मेरी भीगी,
मेरे दर्द में भी सब आंसू बहाए,
ये जरुरी तो नही!
-- जसमीत
suuuuuuuuuuuppppppppeeeeeeeerrrrrrrrrrrbbbbbbbbbbbbbbb..........
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